Category: परिवार से जुड़े कानून
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हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 धारा 21 – सिविल प्रक्रिया संहिता का पालन (Application of Act 5 of 1908)
हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 21: सिविल प्रक्रिया संहिता का पालन (Application of Act 5 of 1908) परिचय: धारा 21 हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 के तहत यह प्रावधान करता है कि इस अधिनियम से संबंधित सभी मामलों का निपटारा…
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हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 20 – याचिका में तथ्यों की सत्यता (Statements in Petitions to be Verified)
हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 20: याचिका में तथ्यों की सत्यता (Statements in Petitions to be Verified) परिचय: धारा 20 हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 का एक महत्वपूर्ण प्रावधान है, जो यह सुनिश्चित करता है कि इस अधिनियम के तहत…
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हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 19 – क्षेत्राधिकार (Jurisdiction) का प्रावधान
हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 19: क्षेत्राधिकार (Jurisdiction) का प्रावधान परिचय: धारा 19 हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 का एक महत्वपूर्ण प्रावधान है, जो यह निर्धारित करता है कि हिंदू विवाह से संबंधित मुकदमे (Cases) किस अदालत (Court) में दायर…
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हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 : धारा 18 – विवाह से जुड़े अपराधों के लिए दंड (Punishment for Violating Marriage Provisions)
हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 18: विवाह से जुड़े अपराधों के लिए दंड (Punishment for Violating Marriage Provisions) परिचय: धारा 18 हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 का एक महत्वपूर्ण प्रावधान है, जो इस अधिनियम के तहत विवाह से संबंधित नियमों…
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हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 17 – द्विविवाह (Bigamy) और इसकी कानूनी सजा
हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 17: द्विविवाह (Bigamy) और इसकी कानूनी सजा परिचय: धारा 17 हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 का एक महत्वपूर्ण प्रावधान है, जो द्विविवाह (Bigamy) यानी एक व्यक्ति का पहली शादी के रहते हुए दूसरी शादी करने…
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हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 16 – संतान की वैधता (Legitimacy of Children)
हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 16: संतान की वैधता (Legitimacy of Children) परिचय: धारा 16 हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 का एक महत्वपूर्ण प्रावधान है, जो अवैध (Void) या रद्द (Voidable) विवाह से उत्पन्न संतान की वैधता को लेकर कानून…
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हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 15: तलाक के बाद पुनर्विवाह (Remarriage after Divorce)
हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 15: तलाक के बाद पुनर्विवाह (Remarriage after Divorce) परिचय: धारा 15 हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 में यह निर्धारित करती है कि तलाक के बाद कोई व्यक्ति पुनर्विवाह (Remarriage) कब कर सकता है।इस धारा का…
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हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 14: तलाक की याचिका कब दायर की जा सकती है?
हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 14: तलाक की याचिका कब दायर की जा सकती है? परिचय: धारा 14 हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 में इस बात से संबंधित है कि कोई भी पति या पत्नी विवाह के बाद कितनी जल्दी…
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हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 13: तलाक (Divorce)
हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 13: तलाक (Divorce) भूमिका: धारा 13 (Section 13) हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 में तलाक (Divorce) से संबंधित है।इस धारा के तहत पति या पत्नी में से कोई भी, कुछ कानूनी आधारों पर, विवाह को…
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हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 12: शून्यकरणीय (निरस्त करने योग्य) विवाह
हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 12: शून्यकरणीय (निरस्त करने योग्य) विवाह (Voidable Marriages) भूमिका: धारा 12 (Section 12) हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 में “शून्यकरणीय विवाह” (Voidable Marriage) से संबंधित है।इस धारा के तहत कुछ परिस्थितियों में विवाह अस्थायी रूप…