विवरण:
• यह संहिता भारत के भीतर किए गए सभी अपराधों पर लागू होगी।
• कोई भी व्यक्ति, चाहे भारतीय हो या विदेशी, यदि उसने भारत की सीमाओं के भीतर कोई अपराध किया है, तो उसके खिलाफ इस संहिता के तहत कार्यवाही की जाएगी।
व्याख्या:
1. क्षेत्रीय अधिकार (Territorial Jurisdiction)
• यह संहिता संपूर्ण भारत में लागू होगी, जिसमें सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेश शामिल हैं।
• भारत की भूमि, जल और वायु क्षेत्र में होने वाले सभी अपराध इस संहिता के दायरे में आएंगे।
• भारतीय जहाजों और विमानों में किए गए अपराध भी इस संहिता के तहत दंडनीय होंगे।
2. विदेशी नागरिकों पर प्रभाव (Effect on Foreign Nationals)
• यदि कोई विदेशी नागरिक भारत में कोई अपराध करता है, तो उसे भी इस संहिता के तहत दंडित किया जाएगा।
• राजनयिक (Diplomats) और अंतरराष्ट्रीय संधियों के तहत विशेष छूट प्राप्त व्यक्तियों को छोड़कर, अन्य सभी विदेशी नागरिक इस कानून के अधीन रहेंगे।
3. भारत के बाहर अपराध करने पर संहिता का प्रभाव
• यदि कोई भारतीय नागरिक विदेश में रहते हुए किसी ऐसे अपराध को अंजाम देता है, जो इस संहिता के अंतर्गत आता है, तो उस पर भी भारतीय कानून के तहत कार्यवाही की जा सकती है, यदि कानून में ऐसा प्रावधान हो।
संक्षिप्त निष्कर्ष:
• धारा 2 यह स्पष्ट करती है कि भारतीय न्याय संहिता 2023 भारत के भीतर किए गए सभी अपराधों पर लागू होगी, चाहे अपराधी भारतीय हो या विदेशी।
• इसका उद्देश्य भारत की संप्रभुता को सुरक्षित रखना और अपराधियों को न्याय के दायरे में लाना है।
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