Month: February 2025
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हिन्दू विवाह अधिनियम धारा 5 – हिन्दू विवाह के लिए शर्तें
हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 5 (Section 5) का विवरण परिचय हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 भारतीय हिंदू विवाह की कानूनी रूपरेखा को निर्धारित करता है। धारा 5 (Section 5) विवाह की शर्तों (Conditions for a Hindu Marriage) को परिभाषित…
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हिन्दू विवाह अधिनियम धारा 4 – अधिनियम का सर्वोपरि प्रभाव
हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 4 (Section 4) का विवरण परिचय हिंदू विवाह अधिनियम, 1955, हिंदू विवाह से संबंधित प्रमुख कानून है, जो विवाह की वैधता, अधिकारों और विवाह विच्छेद की प्रक्रियाओं को निर्धारित करता है। इस अधिनियम की…
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हिन्दू विवाह अधिनियम धारा 3 – परिभाषाएँ
हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 3 (Section 3) का विवरण परिचय हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 (Hindu Marriage Act, 1955) भारतीय हिंदू विवाह से संबंधित महत्वपूर्ण कानून है, जो विवाह की शर्तों, प्रक्रिया, वैधता और विवाह के विघटन से संबंधित…
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हिन्दू विवाह अधिनियम धारा 2 – अधिनियम का लागू होना
हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 2 (Section 2) का विवरण परिचय हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 भारत में हिंदू विवाह से संबंधित नियम-कानून निर्धारित करता है। इसकी धारा 2 यह स्पष्ट करती है कि यह अधिनियम किन लोगों पर लागू…
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हिन्दू विवाह अधिनियम धारा 1 – संक्षिप्त नाम और विस्तार
हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – धारा 1 (Section 1) का विवरण परिचय भारत में विवाह को सामाजिक और कानूनी रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। हिंदू विवाह अधिनियम, 1955, हिंदू धर्म के अनुयायियों के विवाह से संबंधित कानूनों को नियंत्रित…
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BNS की धारा 4 – दंड
भारतीय न्याय संहिता, 2023 – धारा 4: भारत के बाहर कुछ अपराधों पर संहिता का विस्तार व्याख्या: भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 4 यह स्पष्ट करती है कि कुछ विशेष परिस्थितियों में भारतीय कानून भारत के बाहर किए…
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BNS की धारा 3 – भारत के बाहर किए गए अपराधों पर न्यायिक अधिकार
भारतीय न्याय संहिता, 2023 – धारा 3: भारत के बाहर किए गए अपराधों पर न्यायिक अधिकार व्याख्या: भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 3 यह स्पष्ट करती है कि यदि कोई भारतीय नागरिक भारत के बाहर कोई अपराध करता…
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भारतीय न्याय संहिता, 2023 – धारा 2 (Section 2)
भारतीय न्याय संहिता, 2023 – धारा 2 (Section 2) का विस्तृत विवरण मूल पाठ (Text of Section 2, BNS 2023): “यह संहिता भारत में प्रत्येक व्यक्ति पर लागू होगी, चाहे उसने कोई अपराध भारत के भीतर किया हो या भारत…
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BNS की धारा 1 – संक्षिप्त शीर्षक, विस्तार और प्रारंभ।
अपराधों की परिभाषा, दंड और प्रक्रिया से संबंधित विस्तृत प्रावधान प्रदान करती है। भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 1 (Section 1) का मूल पाठ: “यह अधिनियम भारतीय न्याय संहिता, 2023 कहलाएगा और यह पूरे भारत में विस्तारित होगा।” व्याख्या:…
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IPC की धारा 5: विशेष कानूनों की प्रधानता
IPC धारा 5: विशेष कानूनों की प्रधानता परिचय भारतीय दंड संहिता (IPC) भारत में लागू होने वाला प्रमुख आपराधिक कानून है, लेकिन कुछ मामलों में विशेष कानून (Special Laws) IPC से अधिक प्रभावी होते हैं। IPC की धारा 5 इसी…